Trading Psychology in Hindi :Complete Guide in Hindi

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Trading Psychology in Hindi: शेयर बाजार व्यापारिक भावना:

Stock Market Psychology in Hindi एक ऐसा महत्वपूर्ण मामला है जिसे निवेशकों और ट्रेडर्स को समझना अत्यंत महत्वपूर्ण है। शेयर मार्केट में सफलता पाने के लिए सिर्फ तकनीकी और Fundamental Analysis को समझना ही काफी नहीं होती, बल्कि यहां पर अपने भाबनाओ को काबू में लाना भी जरुरी है। 

आपने अगर भाबनाओ को काबू में लाना नहीं सीखा तो !

,मुझे यह कहते हुए बुरा लग रहा है की आप share Market में प्रॉफिट बिलकुल नहीं बना पाएंगे।

इस लेख में हम इस महत्वपूर्ण बिषय पर गहराई से बात करेंगे शेयर मार्केट ट्रेडिंग के दौरान Importance of Trading Psychology को जानेंगे।

ट्रेडिंग मानसिकता क्या है ?:(Trading Psychology Kya hai)

शेयर मार्केट ट्रेडिंग, या स्टॉक ट्रेडिंग, एक प्रक्रिया है जिसमें व्यक्तिगत निवेशक स्टॉक्स और सेक्यूरिटीज को खरीदने और बेचने का काम करते हैं, जिससे ज्यादा से ज्यादा लाभ कमाया जा सके।

यह एक रिस्की व्यवसाय हो सकता है, और इसमें Trading Psychology का महत्वपूर्ण योगदान होता है। किउकी मनोस्थिति अगर सही न हो तो परिस्थिति भी सही नहीं हो सकती। ट्रेडिंग में कहा जाता है “80 प्रतिशत साइकोलॉजी होती है और 20 प्रतिशत ही स्किल्स का योगदान होता है“।

इसलिए मानसिकता ज्यादा जरुरी है ट्रेडिंग करने के लिए।

ट्रेडिंग मानसिकता का महत्व: (Importance of Trading Psychology in Hindi)

शेयर मार्केट ट्रेडिंग के दौरान Trading Psychology Hindi का महत्व न केवल निवेशक के नजरिये से होता है, बल्कि यह उनके निवेश के परिणामों पर भी प्रभाव डाल सकता है। अगर आप अपनी भावनाओं को सही तरीके से संयमित नहीं कर पा रहे हैं, तो आपका निवेश खतरे में हो सकता है।

यहाँ निचे कुछ भाबनाओ के बारे में दिए गए है,जिनके प्रभाब से इंसान गलत निर्णय ले सकते है।

मानसिक स्थिति के प्रकार:

हमारे अंदर कई प्रकार के मानसिक स्थिति है जिन्हे हमे काबू में लाना चाइये सिर्फ ट्रेडिंग के क्षेत्र में नहीं जीवन के बाकि क्षेत्रो में भी ये हमारे बोहत काम आ सकती है। निम्नलिखित हमारे मानसिक स्थितियों के बारे में है

1.उत्साह:(Excitement)

Trading Psychology in Hindi

 

उत्साह हमारे Trading Psyhology पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है जब हम शेयर बाजार में ट्रेड करते हैं। यह भावना व्यापारिक निर्णयों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है और निम्नलिखित तरीके से हो सकता है:

उत्साहित फैसले :

जब हम अधिक उत्साहित होते हैं, तो हम अकेले ही फैसले लेने के प्रति प्रवृत्त हो सकते हैं और बिना ध्यानपूर्वक विचार किए हुए ट्रेड कर सकते हैं। यह समस्याएं उत्पन्न कर सकती हैं, क्योंकि हम योग्य विश्लेषण नहीं कर पा रहे हैं।

Over- ट्रेडिंग :

बढ़े हुए उत्साह में, हम अधिक लेन-देन करने की आदत बना सकते हैं, जिससे पैसे हानि का सामना करना पड़ सकता है।

प्यारे विचार:

यदि हम किसी स्टॉक के प्रति अत्यधिक उत्साहित हैं, तो हम लाभ के स्थान पर इसके प्यारे विचार कर सकते हैं, जिससे हम अपने पोर्टफोलियो को खतरे में डाल सकते हैं।

कम्पीटीशन और दबाव:

उत्साह अक्सर ट्रेडिंग कम्पीटीशन और दबाव को बढ़ा सकता है, जिससे हम अपने निवेश के साथ अधिक लाभ कमाने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन यह भी जोखिम बढ़ा सकता है।

इसलिए, शेयर बाजार में उत्साह बिना सोचे-समझे निर्णयों पर प्रभाव डाल सकता है, और यह अकेले ही आपके निवेश को प्रभावित कर सकता है। बेहतर है कि हम ट्रेडिंग निर्णयों को विचारपूर्ण तरीके से लें, निवेश की रणनीति तय करें, और नियमित रूप से अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करें, चाहे हमें उत्साह हो या नहीं।

2. डर:(Fear)

Trading Psychology in Hindi

डर या भय शेयर बाजार में हमारे Trading Psychology पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। यहां कुछ मुख्य तरीके हैं जिन पर डर का असर हो सकता है:

भय का प्रभाव:

डर बाजार में एक सकारात्मक निष्कर्षण पर प्रभाव डाल सकता है, जिससे आपकी ट्रेडिंग स्ट्रटेजी को असमर्थन किया जा सकता है। आप अच्छी गणना करके बाजार का निरीक्षण करने के बजाय अपने निवेशों को बेच देते हैं, जिससे नुकसान हो सकता है।

इमोशनल :

डर की स्थितियों में, आपका निवेशक विचलित हो सकता है और तेजी से निवेश करने की कोशिश कर सकता है, जिससे आपके निवेश में गलतिया हो सकती हैं।

पूंजी का घटना:

डर के साथ आने वाले तनाव के कारण, आपके डीमैट खाते में पूंजी घटने का खतरा हो सकता है, जिससे आपकी फाइनेंसियल स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

निवेशक की भावनाओं का प्रभाव:

डर के कारण, निवेशक अपने निवेश के प्रति Surrender खो सकते हैं और अपने निवेश को असमय पर सेल कर सकते हैं, जिससे वे लाभ की प्राप्ति नहीं कर सकते हैं।

नियमित निवेश की विफलता:

डर के कारण, निवेशक नियमित रूप से निवेश करने में हिचकिचा सकते हैं, जिससे वे फाइनेंसियल लक्ष्यों को हासिल करने में असमर्थ हो सकते हैं।

इसलिए, यदि आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर रहे हैं, तो डर से बचने के लिए जानकारी का सही उपयोग करें, और अपनी निवेश नीति को स्थिर रूप से पालन करें। यदि आपको अत्यधिक तनाव हो रहा है, तो एक वित्तीय सलाहकार से संपर्क करना भी फायदेमंद हो सकता है।

3.गुस्सा:(Anger)

Trading Psychology in Hindi

गुस्सा शेयर मार्केट में हमारे Trading Psychology पर कैसे प्रभाव डाल सकता है, यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है। गुस्सा एक भावना है जो हमारे निवेश के फैसलों पर बुरा प्रभाव डाल सकता है और नुकसान पहुंचा सकता है। यहां कुछ तरीके हैं जिनमें गुस्से का शेयर मार्केट में प्रभाव हो सकता है:

बुरी निवेश फैसले:

जब हम गुस्से में होते हैं, तो हम अकेले अपने निवेशों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। इसके फल स्वरूप , हम अच्छे निवेश फैसले नहीं ले सकते हैं और नुकसान का सामना कर सकते हैं।

अधिक विपरीत पॉजीशन:

गुस्से में होने पर, व्यक्ति अधिक ट्रेड करने के प्रयास में हो सकता है, जिससे उनकी फाइनेंसियल स्थिति को और बिगड़ सकता है।

अविवेकपूर्ण ट्रेडिंग:

गुस्से में होने पर व्यक्ति अपने शेयरों को बेच देने या खरीदने के फैसले अविवेकपूर्ण तरीके से ले सकता है, जिससे उनकी नुकसान हो सकती है।

मानसिक तनाव:

गुस्से के कारण मानसिक तनाव बढ़ सकता है, जो निवेशक की निर्णय लेने की क्षमता को कमजोर कर सकता है और व्यापारिक मानसिकता को बिगाड़ सकता है।

लॉजिकल विचार की कमी:

गुस्से में होने पर व्यक्ति कई बार लॉजिकल विचार को अनदेखा करता है और ज्यादा नुकसान के रास्ते में चलने की सुरुवात कर देता है।

गुस्से का बुरा प्रभाव:

गुस्सा शेयर मार्केट में नकारात्मक भूमिका भी निभा सकता है, और अन्य निवेशकों के साथ संबंधों को बिगाड़ सकता है, जिससे ट्रेडिंग समुदाय में बुरा माहौल पैदा हो सकता है।

इसलिए, गुस्सा एक शेयर मार्केट निवेशकऔर ट्रेडर के लिए खतरनाक हो सकता है। निवेश के समय विचारपूर्ण, विश्वासी और स्थिर रहना महत्वपूर्ण है ताकि आप अच्छे निवेश फैसले ले सकें और शेयर मार्केट में सफलता प्राप्त कर सकें।

ट्रेडिंग साइकोलॉजी को कैसे प्रबंधित करे ? :(How to Master Trading Psychology)

तो चलिए जानते है की सफल निबेशक़ और ट्रेडर्स के बढ़े बढ़े लाभ कमाने के पीछे के राज। समझते है उनके मानसिकता के बारे में ,और अपने जीवन में उतारते है इन कुछ Trading Psychology Exercises के माध्यम से।

1.शिक्षा :(Learn)

शिक्षा ही सफलता की ओर जाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, वैसे ही शेयर बाजार में Trading Psychology पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है। निम्नलिखित तरीकों से शिक्षा शेयर मार्केट में Trading Psychology पर कैसे प्रभाव डाल सकती है:

  ज्ञान और समझ:

शिक्षा आपको शेयर बाजार कैसे काम करता है इसकी बेहतर समझ देती है, फाइनेंसियल पहलुओं को समझती है और अलग अलग फाइनेंसियल उपकरणों को समझने में आपकी मदद करती है। यह ज्ञान आपकी सोच को बढ़ावा देती है और आपको ट्रेडिंग के नियमों को समझने में मदद करता है।

  नियमित रूप से शोध करना:

शिक्षा शोध की आदत विकसित कर सकती है, जिससे आपकी फाइनेंसियल योजना में सुधार होगा। यह आपको हमेशा बाज़ार में गहराई तक जाने के लिए प्रोत्साहित करता है, जो एक सफल ट्रेडर बनने में आबश्यक होती है।

  स्वतंत्रता:

शिक्षा आपको स्वतंत्रता का मूल्य सिखाती है, और ट्रेडिंग में यह बहुत महत्वपूर्ण है। यह आपको अपने निवेश और फाइनेंसियल  लक्ष्य को प्राथमिकता देने में मदद करता है, और दूसरों की सलाह और टिप्स पर निर्भर नहीं रहता है।

इन सब कारणों से, शिक्षा शेयर मार्केट में Trading Psychology पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है और एक युक्तिपूर्ण और संविचारी ट्रेडर बनने में मदद कर सकती है।

2.सब्र:(Patience)

Trading Psychology in Hindi

सब्र एक महत्वपूर्ण गुण है जो शेयर मार्केट में आपकी Trading Psychology पर प्रभाव डाल सकता है। यहां कुछ तरीके हैं जिनमें सब्र आपके व्यापारिक निर्णयों पर कैसे प्रभाव डाल सकता है:

समय का प्रबंधन:

सब्र से आप समय का अच्छा प्रबंधन कर सकते हैं। शेयर मार्केट में विपरीत चलन के साथ सामर्थ्यपूर्ण रूप से मैनेज करने के लिए यह महत्वपूर्ण है, जिससे आप बड़े नुकसान से बच सकते हैं।

Independence :

सब्र आपको आत्म-नियंत्रण बनाता है, जिससे आप अपने ट्रेडिंग निर्णयों को बेहतरीन तरीके से लेने में सक्षम होते हैं।

नियमितता:

धैर्य से काम करने से आप नियमितता बना सकते हैं, जो शेयर मार्केट में महत्वपूर्ण है। यह आपको गलतियों से सिखने और अपने ट्रेडिंग निर्णयों को सुधारने का मौका देता है।

स्ट्रेस प्रबंधन:

शेयर मार्केट कभी-कभी तनावपूर्ण हो सकता है, लेकिन सब्र से आप तनाव को संभालने का कौशल विकसित कर सकते हैं।

बिना बिचार के लेन-देन से बचाव:

आपके सब्र से आप बिना विचार के लेन-देन से बच सकते हैं जो आपके लिए नुकसानदायक हो सकते हैं।

आत्म-विश्वास:

जब आप सब्र दिखाते हैं और अपने निर्णयों पर विश्वास रखते हैं, तो आपका आत्म-विश्वास भी बढ़ता है, जिससे आपके व्यापार में सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है।

सब्र के साथ व्यापार करने से, आप सेयर मार्केट में सफलता प्राप्त करने के लिए एक स्थिर मानसिकता विकसित कर सकते हैं और नुकसान से बच सकते हैं।

3.योग और मेडिटेशन:(Mediatation)

योग और मेडिटेशन शेयर मार्केट में हमारे Trading Psychology पर कैसा प्रभाव डालते हैं, इसके बारे में बात करेंगे।

स्थिरता और ध्यान:

ध्यान अभ्यास से आपकी मानसिक स्थिरता में सुधार होता है। इससे आपको ट्रेडिंग संबंधी निर्णय लेने में अपने दिमाग को बेहतर बनाने में मदद मिलती है, जिससे आप बुरे निर्णयों से बचते हैं।

स्वास्थ्य :

योग और ध्यान के अभ्यास से आपके तंत्रिका सिस्टम में सुधार होता है, जिससे स्वास्थ्य अच्छा रहता है। प्रभावी व्यावसायिक निर्णयों के लिए अच्छी शारीरिक स्थिति महत्वपूर्ण है।

स्वाधीनता और गलती की स्वीकृति:

योग और मेडिटेशन आपको अपनी गलतियों को स्वीकार करने और सुधारने की क्षमता प्रदान करते हैं। इससे आप अपने ट्रेडिंग गलतियों से सीख सकते हैं और उन्हें दोहराने से बच सकते हैं।

स्थिरता और सामंजस्य:

योग और मेडिटेशन के प्रैक्टिस से आपकी Trading Psychology में बैलेंस बना रहता है, जिससे आप बदलते बाजार में भी स्थिर रह सकते हैं।

स्वयं की पहचान:

योग और मेडिटेशन से आप अपने आप को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं। यह आपको अपने ट्रेडिंग लक्ष्यों और स्ट्रेटेजियों को स्पष्ट रूप से देखने में मदद करता है और सही निर्णय लेने में सहायक होता है।

इस प्रकार, योग और मेडिटेशन आपके Trading Psychology को स्थिर और स्वस्थ बनाने में मदद कर सकते हैं, जिससे आप शेयर मार्केट में बेहतर निर्णय लेने में सक्षम हो सकते हैं।

4.नियमित अभ्यास:(Consistency)

नियमित अभ्यास का सकारात्मक प्रभाव शेयर बाजार में हमारे Trading Psychology पर होता है। यह कुछ तरीकों में होता है:

सीखने की आदतें विकसित करें:

नियमित रूप से ट्रेडिंग करके, आप अपनी सर्वोत्तम ट्रेडिंग रणनीतियों और ज्ञान को सीख सकते हैं। यह आपकी सोच को स्थिरता देता है और ट्रेडिंग संबंधी निर्णय लेने में आत्मविश्वास बढ़ाता है।

संवेदनशीलता और सावधानी:

नियमित अभ्यास से आप व्यापारिक मार्गदर्शन के साथ-साथ स्वाधीनता भी सिखते हैं। यह आपको विपरीत प्रतिस्थापनों से बचने और फोकस बनाए रखने में मदद कर सकता है।

आत्म-संयम विकसित करना:

नियमित अभ्यास से आपको आत्म-नियंत्रण कौशल विकसित करने में मदद मिल सकती है जो तनावपूर्ण या डरावनी स्थितियों में महत्वपूर्ण हैं। यह पिछली गलतियों से सीखकर बेहतर निर्णय लेने में मदद कर सकता है।

धैर्य विकसित करना:

शेयर बाजार में सफलता के लिए धैर्य बहुत महत्वपूर्ण है। नियमित अभ्यास से, आप बाजार की उम्मीदों और अचानक बदलती परिस्थितियों के साथ संभावितता को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं और धैर्य बनाए रख सकते हैं।

मानसिक दबाव कम करना:

जब आप नियमित अभ्यास करते हैं, तो आप अधिक आत्मविश्वासी होते हैं, जिससे मानसिक दबाव कम होता है। यह आपको बड़े निष्कर्षता के साथ व्यापार करने में मदद कर सकता है।

सारंश में, नियमित अभ्यास शेयर बाजार में Trading Psychology पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है और आपके व्यापारिक सफलता की संभावना को बढ़ावा दे सकता है।

 

 

Trading Psychology Quotes in Hindi:

Quote 1:

                  “Trading मे Success की चाबी Mindset में छिपी होती है।”

                                                                -Mark Dougles

Quote 2:

                    “Trading 90% Mindset है, 10% System है।”

                                                      -Van Tharp

Quote 3:

                 “Trading में आपकी अंगुलियां नहीं, आपका Mentality काम करती है।”

                                                               -Victor Sperandio

Quote 4:

                  “डर केवल इसलिए होता है क्योंकि आप उस चीज़ को नहीं जानते हैं जो आप कर रहे हैं।”

                                                                       -Warren Buffet

Quote 5:

          “Market उन्हें नहीं हराता, वे खुद को ही हरा देते हैं, क्योंकि उनके पास तो दिमाग होता है, लेकिन वे स्थिर नहीं बैठ सकते।”

                                                                                             -Jessie Livermore

Quote 6:

                          “Trading में Success प्राप्त करने के लिए आपको Displine में रहना सीखना पड़ता है।”

                                                                                                – Victor Sperandeo

Frequently Asked Question(FAQ):

Q:Trading Psychology क्या है?

A:Trading Psychology वह प्रक्रिया है जिसमें ट्रेडर अपने ट्रेडिंग में जागरूकता, संयम और सही भावनाओं का पालन करता है, जो वित्तीय निवेश में महत्वपूर्ण होते हैं।

Q:ट्रेडर अपने मानसिक स्थिति को कैसे सुधार सकते है ?

A:नियमित योगा, मेडिटेशन, और स्वास्थ्यपूर्ण जीवनशैली आपकी मानसिक स्थिति को सुधारने में मदद कर सकती है।

Q: ट्रेडरों को कैसे अपने हार को स्वीकार करना सीखना चाहिए?

A:हार को स्वीकार करना ट्रेडर के लिए महत्वपूर्ण है। इसके लिए वे सीख सकते हैं। कि क्या सीख सकते हैं और कैसे सुधार सकते हैं।

Q:अपनी भावनाओं को कैसे नियंत्रित करें जब ट्रेडिंग कर रहे हो?

A:भावनाओं को नियंत्रित करने के लिए मैडिटेशन और प्रैक्टिस की आवश्यकता है, और समय-समय पर आत्म-समीक्षा की आवश्यकता होती है।

Q:ट्रेडर क्यों ट्रेडिंग में अपने मानसिक स्वास्थ्य को महत्वपूर्ण मानते हैं?

A:ट्रेडिंग में मानसिक स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह निर्णयों पर प्रभाव डाल सकता है और ट्रेडर की लॉस और प्रॉफिट को भी प्रभावित कर सकता है।

Conclusion:

तो आज हमने इस लेख के द्वारा क्या सीखा ?…

सबसे पहली चीज़ ये की ट्रेडिंग में मानसिकता का कितना बढ़ा योगदान होता है, और इस आम आदमी मानसिकता को कैसे एक निबेशक़ और ट्रेडर्स के मानसिकता में तब्दील करे इसके बारे में जाना। इन्ही सब चीज़ो को फॉलो करके मैंने भी अपने भाबनाओ में काबू पाया है और आप भी पा सकता है। इसलिए इन चीज़ो को समझदारी से फॉलो करे।

और अगर आपको ये ब्लॉग अच्छा लगा को तो निचे Comments में अपनी बात जरूर लिखे।

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