Share Market Rules in Hindi:
Share Market -मुझे यकीन है ये शब्द आपने जीवन में कभी न कभी तो सुना होगा। आपने ये भी सुना ही होगा की शेयर मार्केट से लोग लाखो करोड़ो कमा रहे है। लेकिन वो ऐसे ही नहीं कमा रहे है उन्होंने भी अपने जीबन में कभी न कभी शेयर मार्केट में निवेश करने की सुरुवात की थी। इस वजह से आज वो लाखो रूपये कमा रहे है।
आपके मन भी अगर सवाल आते है किस तरह शेयर मार्केट में निबेश करे पैसे बनाये तो चिंता मत कीजिये। आज इस लेख के द्वारा में आपको शेयर मार्केट में निवेश करने के नियम के बारे में बताऊंगा जिससे आप भी शेयर मार्केट में निबेश कर सके। तो चलिए जानते है “Share Market Rules in Hindi ”
शेयर बाजार के सलाहकारों से दूर रहें:
Share Market में निवेश करते समय सलाहकारों से बचना ज़रूरी है, क्योंकि उनकी सलाह बाज़ार के निर्णय पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।अपना निवेश निर्णय लेने से पहले शेयर बाजार पर अपना शोध करें। विभिन्न स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें और शेयर बाजार के नियमों और विनियमों को समझें।
सलाहकारों के बिना निवेश संबंधी निर्णय लेने के लिए स्वयं को वोट दें। आपको अपनी पढ़ाई के प्रति आत्मविश्वास के लिए सटीक जानकारी मिलेगी।
शेयर सेटेलमेंट के नियम पता करें:
शेयर सेटेलमेंट के नियम सही और सुरक्षित तरीके से निवेश करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं।इस नियम के तहत, जब आप शेयर खरीदते हैं तो आपको खरीदी गई शेयरों के लिए भुगतान करने का समय दो दिन (ट्रेड डे + 2) दिया जाता है।डिलीवरी और इन्ट्राडे निवेश के लिए आपके पास अलग-अलग सेटेलमेंट नियम होते हैं। डिलीवरी निवेश में, आपको खरीदी गई शेयरों के पूरे आर्थिक मामला का समाधान करना होता है, जबकि इन्ट्राडे में, आपको शेयरों की डिलीवरी की आवश्यकता नहीं होती है।
शेयर सेटेलमेंट के लिए आपके Demat Account से कुछ फ़ीस और सेटेलमेंट चार्जेस काटे जा सकते हैं। यह ब्रोकर या वित्तीय संस्था द्वारा निर्धारित होते हैं।
सेबी के नियम फॉलो करें:
सेबी (Securities and Exchange Board of India ) भारतीय पूंजी बाजार की देखरेख और रेगुलेशन के लिए भारत सरकार द्वारा स्थापित एक नियामक एजेंसी है। फाइनेंसियल बाजारों में निवेश के लिए सेबी के नियमों और विनियमों का पालन करना महत्वपूर्ण है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण नियम दिए जा रहे हैं जिन्हें आपको सेबी के नियम के अनुसार फॉलो करना चाहिए:
फाइनेंसियल जानकारी प्रदान करना:
सेबी के नियमों के अनुसार, सटीक वित्तीय जानकारी प्रदान करना महत्वपूर्ण है। आपको अपने निवेशकों को वित्तीय जानकारी में शामिल करने के लिए समय-समय पर जानकारी प्रदान करनी होगी।
ब्रोकर की प्रमाणीकरण:
सेबी प्रमाणित ब्रोकर चुनना महत्वपूर्ण है। आपको सेबी की वेबसाइट पर जांच करनी चाहिए कि आपका ब्रोकर सेबी प्रमाणित है या नहीं।
ऑफ-द-शेल्फ स्टॉक न खरीदें:
सेबी के नियमों के अनुसार, आपको केवल रजिस्टर्ड शेयरों में ही निवेश करना चाहिए। नॉन रजिस्टर्ड शेयरों में निवेश करने से बचना चाहिए क्योंकि इनमें निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है।
फाइनेंसियल अपराध से बचाव:
सेबी के नियमों का पालन करके आपको वित्तीय अपराध से बचाने में मदद मिलती है। आपको ध्यान देना चाहिए कि आपके निवेश में किसी प्रकार का धोखाधड़ी या अपराधक गतिविधियों का शामिल नहीं होना चाहिए।
अच्छी तरह से निवेशक सुरक्षा:
सेबी के नियमों के अनुसार, आपको अपने निवेशकों की सुरक्षा की दिशा में उचित ध्यान देना चाहिए। आपको उनकी आवश्यकताओं और रिस्क प्रोफाइल के आधार पर निवेश की सलाह देनी चाहिए।
शेयर सेटेलमेंट प्रक्रिया का पालन करें:
सेबी के नियमों के अनुसार, आपको स्टॉक सेटेलमेंट प्रक्रिया का पालन करना होगा और खरीदे गए शेयरों के नकद मुद्दे के लिए पूरी राशि का भुगतान करना होगा।
टिप्स के आधार पर शेयर खरीदने से बचे:
टिप्स के बजाय इसे अपने शोध पर आधारित करें। कंपनी की फाइनेंसियल स्थिति, प्रबंधन, उत्पादों और बिक्री के बारे में जानकारी प्राप्त करें।कृपया सलाह के लिए प्रदान की गई खरीद जानकारी की समीक्षा करने के लिए प्रतिष्ठित स्रोतों का अध्ययन और जांच करें।
TIPS से सलाह लेने से पहले, अपने आप से पूछें कि क्या यह आपके निवेश उद्देश्यों और आपकी वित्तीय स्थिति में फिट बैठता है, अपने निवेश के पीछे के उद्देश्य के बारे में स्पष्ट रहें क्योंकि TIPS आपके उद्देश्य को ध्यान में नहीं रखता है।अपने निवेश के साथ संबंधित रिस्क को समझें और उन्हें प्रबंधित करने के उपाय ढूंढें। सलाह के बजाय अपने निर्णय और शोध के आधार पर स्मार्ट निवेश निर्णय लें।
Brokrage चार्ज और टैक्सेशन पता होना चाहिए:
आपकी सही जानकारी के बिना Share Market में निवेश करना काफी कठिन हो सकता है। यदि आप शेयर ट्रेडिंग में शामिल होने की सोच रहे हैं, तो ब्रोकरेज चार्ज और टैक्सेशन के बारे में पूरी जानकारी होना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
ब्रोकरेज चार्ज:
ब्रोकरेज चार्ज वह चार्ज है जिसे आपके ब्रोकर आपके शेयर खरीदने और बेचने के लिए लेता है। यह fees व्यक्तिगत ब्रोकर या वित्तीय गृह के आधार पर अलग हो सकता है, और यह आमतौर पर शेयर की क्वांटिटी पर आधारित होता है। आपको अपने ब्रोकर से यह जानकारी प्राप्त करनी चाहिए कि उनके चार्ज क्या हैं और वे कितने होते हैं।
टैक्सेशन(Taxation):
Share Market में विभिन्न प्रकार के Tax लग सकते हैं, जैसे कि स्टॉक ट्रांसेक्शन टैक्स (STT), सर्विस टैक्स (GST), कैपिटल गेन टैक्स (CGT) आदि। ये टैक्स आपके निवेश में प्रभाव डाल सकते हैं और इसलिए आपको उनके बारे में सीखना और समझना बेहद जरुरी है।
शेयर खरीदने के जरुरी नियम:
शेयर खरीदने के नियम में से सबसे पहला नियम है की आप जो शेयर खरीद रहे है उस शेयर के बारे में आपके पास उपयुक्त जानकारी हो। और आपके निवेश के पीछे का उद्देश्य स्पष्ट रूप से निर्धारित करें, जैसे कि लंबे समय तक के लिए निवेश करना, सुपर क्विक मुनाफा कमाना आदि।टिप्स के बजाय, अपने विवेक और research पर भरोसा करें।
जानें कि स्टॉक खरीदते समय अपने जोखिमों का प्रबंधन कैसे करें और उन्हें प्रबंधित करने के तरीके खोजें।अपने सभी पैसों को एक ही शेयर में नहीं निवेश करें। बजार में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने के लिए विचार करें।जिसे स्टॉक diversification कहते है।बाजार में सही समय पर निवेश करना महत्वपूर्ण है, इसलिए बाजार में किसी अच्छे समय की पहचान करें।
बड़े निवेशकों के शेयर न खरीदें :
Share market में निवेश करते समय बड़े इन्वेस्टरों के शेयर खरीदने का निर्णय लेने से पहले कुछ विचार करने चाहिए। बड़े इन्वेस्टरों के शेयर क्या हैं और क्यों आपको उन्हें खरीदने का विचार है, इसे समझने के लिए निम्नलिखित मुद्दों पर ध्यान दें:
स्थिरता और विश्वासनीयता: बड़े इन्वेस्टरों के शेयर का चयन करते समय उनकी स्थिरता और विश्वासनीयता को महत्वपूर्ण मानें। उनकी फाइनेंसियल स्थिति, मैनेजमेंट का परफॉरमेंस, और कंपनी के दिशानिर्देश को आवश्यक रूप से जांच करे।
निवेश के लक्ष्य: आपके निवेश के लक्ष्यों के साथ उनके निवेश के लक्ष्य मेल खाने की कोशिश करें। यदि आपका निवेश लंबे समय तक है, तो उनके निवेश भी इसके साथ मेल खाना चाहिए।
उनकी फाइनेंसियल दिशा: उनके पास कितने संपत्ति है और वह कितने समय तक निवेश करने के योग्य हैं, यह जानना महत्वपूर्ण है। उनकी वित्तीय स्थिति का विचार करें ताकि आपके साथी निवेशक के लिए बड़े निवेश करने का संभावना हो सके।
सामर्थ्य और अनुभव: बड़े इन्वेस्टरों का विशेष अनुभव और विद्यमान होता है, जिससे उन्हें बाजार की गतिविधियों की समझ होती है। इससे आपको उनके निवेश से सीखने का अवसर मिल सकता है।
डेलिवेरी या ट्रेडिंग: बड़े निवेशक अक्सर डेलिवेरी यानि शेयर को खरीदकर रखने के लिए निवेश करते हैं जबकि छोटे निवेशक व्यापारिक ट्रेडिंग का उपयोग कर सकते हैं। आपके निवेश के लक्ष्यों के आधार पर यह निर्णय लें।
विशेषज्ञता की खोज: यदि आपके पास पर्याप्त ज्ञान नहीं है और आप बड़े निवेशक के साथ निवेश करने का विचार कर रहे हैं, तो उन्हें अपने डायरेक्ट गाइड बनाने की कोशिश करें जो आपको शेयर मार्केट में मदद कर सकते हैं।
सही ब्रोकर का चुनाव करे :
सही ब्रोकर का चयन आपके Share market निवेश की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यहां कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं जो आपको सही ब्रोकर चुनने में मदद कर सकते हैं:
संबंधित जानकारी और लाइसेंस: ब्रोकर की संबंधित लाइसेंस और रेजिस्ट्रेशन की जांच करें। उनके पास लीगल और प्राधिकृत लाइसेंस होना चाहिए।
फीस और कोमीशन: ब्रोकर की फीस और कोमीशन भी महत्वपूर्ण होते हैं। अलग अलग ब्रोकरों के फीस और कोमीशन की तुलना करें और उनके पूरे खर्चों को समझें।
सर्विस और प्लेटफ़ॉर्म: एक अच्छा ब्रोकर चुनते समय, उनके द्वारा दी जाने वाली सेवाओं को देखें। शीघ्र निवेश कैसे करें, इसके लिए उनकी निवेश रणनीति भी देखें।
सुरक्षा और प्राइवेसी: ब्रोकर की वेबसाइट और निवेश प्लेटफ़ॉर्म की सुरक्षा के बारे में भी सुनिश्चित हों। आपकी प्राइवेसी और फाइनेंसियल जानकारी की सुरक्षा की जानकारी देने वाली विशेषताओं की भी जांच करें।
याद रखें कि सही ब्रोकर आपके निवेश के मामले में महत्वपूर्ण है, इसलिए आपको ध्यानपूर्वक और विचारशीलता से चुनाव करना चाहिए।
शुरुवात में इंट्राडे और F&O में ट्रेडिंग करने से बचें:
इंट्राडे (Intraday) और F&O (फ्यूचर्स और ऑप्शन) ट्रेडिंग उच्च रिस्क और मुनाफ़े के साथ आते हैं और नए निवेशकों के लिए अच्छे तरीके से समझने के बिना, यह राय सही नहीं होती है।यदि आप नए हैं, तो एक अनुभवी निवेशक से मार्गदर्शन प्राप्त करना बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है।
पहले इंट्राडे और F&O ट्रेडिंग की अच्छी तरह से शिक्षा प्राप्त करें। यह शेयर बाजार के मूल तत्वों को समझने में मदद करेगा और आपको उचित निवेश की तरफ आग्रह करेगा। अगर आप बिना शिक्षा प्राप्त किये मार्किट में निबेश करेंगे तो आपकी कैपिटल ख़तम होने से कोई नहीं रोक सकता।
याद रखें कि इंट्राडे और F&O ट्रेडिंग केवल अनुभवी निवेशकों के लिए होती है और यह संतुष्टि और सहयोग की भावना के साथ किया जाना चाहिए।
लोन लेकर Share Market में निवेश कभी मत करें:
Share market में निवेश करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं:
लोन का बोझ: लोन लेने से आपके पास ऋण का बोझ बढ़ जाता है, जिससे आपके फाइनेंसियल दशा पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।Share Market में निवेश करने में बड़े ऋण के कारण आपकी आर्थिक स्थिति पर बड़ी मुसीबत हो सकती है।
रिस्क और वोलेटिलिटी: Share Market में वोलेटिलिटी और रिस्क होता है। लोन से निवेश करने से आपका निवेश और ऋण दोनों को बड़े मात्रा में रिस्क का सामना करना पड़ सकता है।
वापसी की कठिनाइयाँ: Share Market में निवेश करने के बाद किसी निश्चित समय तक निवेश को रखने की आवश्यकता हो सकती है। यदि आपके पास पर्याप्त पैसे नहीं हैं, तो ऋण के बजाय निवेश करने में सहयोगी हो सकता है।
आयकर प्रभाव: लोन का ब्याज और प्रदाय ज्यादा हो सकता है, जिससे आपका टैक्स बढ़ सकता है। इसके साथ ही, शेयर बाजार में निवेश करने के लिए प्राप्त किए गए लाभ पर भी टैक्स लग सकता है।
Share Market की समझ: Share market की पूरी तरह से समझना और उसमें अनुभव प्राप्त करना महत्वपूर्ण होता है। लोन लेकर निवेश करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आपने शेयर बाजार की नियमों, निवेशकों के नियमों, और विभिन्न स्टॉक्स की अच्छे से समझ ली है।
इन सभी कारणों के कारण, लोन लेकर Share market में निवेश करने से बचना चाहिए, विशेष रूप से यदि आप नए निवेशक हैं। बेहतर है कि आप खुद की फाइनेंसियल कंडीशन को मद्देनजर रखते हुए निवेश करने के लिए अपने खुद के संसाधनों का प्रयोग करें।
Share Market की बेसिक टर्म्स सीखें:
बिना Share Market के बेसिक टर्म्स के साथ, आपको अपने निवेश योजना को समझने में मदद मिलेगी। निम्नलिखित कुछ महत्वपूर्ण शेयर बाजार टर्म्स हैं:
शेयर (Stock):
शेयर एक कॉर्पोरेट की संपत्ति का हिस्सा होता है जिसे एक व्यक्ति खरीदता है। यह उस व्यक्ति को उस कॉर्पोरेट के मालिक के रूप में परिचित कराता है।
बाजार मूल्य (Market Price):
यह वह कीमत है जिस पर वर्तमान में शेयर खरीदे और बेचे जा सकते हैं। यह मूल्य बाजार की मांग और प्रस्ताव के आधार पर निर्धारित होता है।
लॉन्ग (Long):
लॉन्ग करना एक प्रक्रिया है जिसमें आप एक शेयर को खरीदते हैं, उम्मीद होती है कि उसकी मूल्य में वृद्धि होगी और आप उसे बेचकर लाभ कमा सकते हैं।
शॉर्ट (Short):
शॉर्ट करना एक प्रक्रिया है जिसमें आप एक शेयर को बेचते हैं जिसकी आपके पास प्राप्त नहीं है, उम्मीद होती है कि उसकी मूल्य में कमी होगी, और फिर आप उसे सस्ते में खरीदकर लाभ कमा सकते हैं।
बुल मार्केट (Bull Market):
एक बाजार जिसमें शेयरों की मूल्य में वृद्धि हो रही होती है और निवेशक आत्मविश्वास से भरपूर होते हैं, उसे बुल मार्केट कहा जाता है।
बेयर मार्केट (Bear Market):
एक बाजार जिसमें शेयरों की मूल्य में कमी हो रही होती है और निवेशकों का आत्मविश्वास कम होता है, उसे बेयर मार्केट कहा जाता है।
इंडेक्स (Index):
एक इंडेक्स एक निश्चित समय सीमा में शेयरों की प्रतिष्ठा को मापने और प्रतिष्ठान में बदलाव को प्रतिनिधित्विता करता है। उदाहरण स्वरूप, निफ़्टी 50 भारतीय शेयर बाजार के 50 प्रमुख शेयरों की प्रतिष्ठान को मापता है।
डिविडेंड (Dividend):
एक कंपनी अपने लाभ का हिस्सा निवेशकों के बीच वितरित करता है, जिसे डिविडेंड कहा जाता है। यह आमतौर पर प्रति शेयर या प्रति शेयर की कीमत के आधार पर वितरित किया जाता है।
ब्रोकर (Broker):
एक व्यक्ति या कंपनी जो निवेशकों को शेयर खरीदने और बेचने की सेवाएं प्रदान करती है।
ट्रेडिंग (Trading):
शेयरों को विभिन्न वितरण प्रणालियों के माध्यम से खरीदने और बेचने की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहा जाता है।
यह केवल कुछ बेसिक शेयर बाजार टर्म्स हैं, और इसके अलावा भी बहुत सारे टर्म्स होते हैं जिन्हें समझने के लिए आपको अधिक अध्ययन की आवश्यकता होगी। यह केवल एक सामान्य जानकारी है और आपके शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले यथासंभाव एक विशेषज्ञ से परामर्श लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Frequently Asked Question (FAQ):
Q: Share Market क्या है?
A: Share Market एक वित्तीय बाजार होता है जहाँ पर व्यक्तिगत और सार्वजनिक कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं।
Q:शेयर क्या होते हैं?
A: शेयर कंपनी की स्वामित्व योग्यता का प्रतिनिधित्व करते हैं। जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं, तो आप उस कंपनी के मालिक होते हैं।
Q:निवेश कैसे करें?
A: Share Market में निवेश करने के लिए आपको पहले एक डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होता है। फिर आप विभिन्न कंपनियों के शेयर खरीद सकते हैं।
जाने डीमैट अकाउंट के बारे में – Demat account kya hai?
Q:शेयर खरीदते समय क्या ध्यान देना चाहिए?
A: शेयर खरीदते समय कंपनी की FINANCIAL स्थिति, परफॉमेंस , निवेशकों का संरचना, बाजार की चाल, आदि का ध्यान देना चाहिए।
Q:शेयर बेचते समय क्या ध्यान देना चाहिए?
A: शेयर बेचते समय भी कंपनी की स्थिति के साथ ही बाजार की चाल को ध्यान में रखना चाहिए।
Q: Share Market में नुकसान कैसे रोकें?
A; नुकसान से बचने के लिए आपको सतर्क रहना और विवेकपूर्ण निवेश करना चाहिए। निवेश के फैसले लेते समय धीरज रखें और अच्छे सलाहकार से सलाह लें।
Q: Share Market में निवेश के लिए अधिकतम पैसे कितने लगाएं?
A: निवेश के लिए आपके पास उपलब्ध पैसों के हिसाब से निवेश करें, और निवेश की राशि को आपके वित्तीय लक्ष्यों और उद्देश्यों के साथ मिलाएं।
Q;Share Market में निवेश के लिए कौन-कौन से नियम हैं?
A; Share Market में निवेश के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियम होते हैं जैसे कि केवल आपके जानकारी के हिसाब से निवेश करें, बिना सावधानी बरते नहीं, विशेषज्ञ सलाह लें, और अपने निवेशक प्रोफाइल को आधारित रखें।
Q: Share Market में निवेश करते समय कौन-कौन से सावधानियाँ बरतनी चाहिए?
A; Share Market में निवेश करते समय सावधानियों का पालन करें, जैसे कि धीरे-धीरे निवेश करें, अध्ययन करें, नए निवेशों को समय दें, और पुनर्निरीक्षण करें।
Q:Share Market में सफलता पाने के लिए क्या करें?
A; सफलता पाने के लिए आपको विशेषज्ञ सलाह लेनी चाहिए, निवेश के जरिए विभिन्न क्षेत्रों में विवेकपूर्ण निवेश करना चाहिए, और नियमित अद्यतन और समय-समय पर पुनर्निरीक्षण करना चाहिए।
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1 thought on “Share Market Rules in Hindi: शेयर बाजार में निवेश के 11 महत्वपूर्ण नियम”