अगर आप ट्रेडिंग में नए हैं और सोच रहे हैं कि Chart Patterns in Hindi क्या होते हैं और इनका कैसे इस्तेमाल किया जाता है, तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए है!
चार्ट पैटर्न वो विशेष आकृतियाँ होती हैं जो हमें शेयर मार्केट में कीमत के मूवमेंट को समझने में मदद करती हैं। और हमे पता चलता है कीमत किस तरफ जाने वाली है।
चार्ट पैटर्न क्या होते हैं? (What are Chart Patterns in Hindi?):
Chart patterns एक तकनीकी विश्लेषण (Technical Analysis) टूल है जो ट्रेंड्स को समझने और भविष्यवाणी करने में मदद करता है।
यह प्राइस एक्शन (Price Action) पर आधारित होता है और ट्रेडर्स इसे खरीदने (Buy) या बेचने (Sell) के सिग्नल के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
जब भी हम चार्ट को ध्यान से देखते हैं, तो हमें कुछ रेगुलर पैटर्न दिखते हैं। ये पैटर्न हमें बताते हैं कि मार्केट बुलिश (उपर की तरफ), बेयरिश (नीचे की तरफ) या फिर साइडवेज़ (स्थिर) जा सकता है।
आइए जानते हैं Top 10 Chart Patterns के बारे में!
चार्ट पैटर्न कितने प्रकार के होते हैं? (Types of Chart Patterns in Hindi)
चार्ट पैटर्न मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं:
रिवर्सल चार्ट पैटर्न (Reversal Chart Patterns):
ये पैटर्न यह दर्शाते हैं कि बाजार की मौजूदा दिशा जो भी है वो बदल सकती है।
जब ये बनते हैं, तो मार्किट अगर DownTrend में है तो Uptrend में बदल जाती है , और Uptrend में है तो DownTrend में बदल जाती है।
कंटीन्यूएशन चार्ट पैटर्न (Continuation Chart Patterns):
ये पैटर्न यह दिखाते हैं कि मार्केट अपनी मौजूदा दिशा में ही चलता रहेगा। यानी Uptrend है तो Uptrend ही रहेगा और DownTrend है तो DownTrend ही चलता रहेगा।
सबसे लोकप्रिय चार्ट पैटर्न (Most Popular Chart Patterns in Hindi)
सबसे लोकप्रिय चार्ट पैटर्न्स है जो ट्रेडर्स के द्वारा इस्तेमाल किया जाता है और इससे रिजल्ट मिलने की सम्भाबनाय भी बढ़ जाती है।
Triangle Chart Pattern in Hindi:
जब कीमत ऊपर Resistance और निचे Support से टकराते हुए धीरे धीरे छोटी होती है तब चार्ट में एक त्रिकोण आकार बनता है।
इसका मतलब है कीमत में बायर्स और सेलर्स के बिच डायरेक्टली या इनडाइरेक्टली लड़ाई हो रही होती है।
और उसमे कीमत पहले जिस तरफ Trendline तोड़ती है कीमत उसी तरफ बढ़ता है। Triangle Chart Pattern 3 प्रकार की है, जो निम्नलिखित है :
सममित त्रिकोण (Symmetrical Triangle):
कैसी बनावट होती है?
- इसमें दोनों Trendline एक जैसी ढलान पर एक-दूसरे के करीब आती हैं।
- कीमत ऊपर-नीचे होती रहती है, लेकिन दायरा छोटा होता जाता है।
- यह निचले ऊँचे स्तर (Lower Highs) और ऊँचे निचले स्तर (Higher Lows) से बनता है।
इसका क्या मतलब होता है?
- यह बाजार में अनिश्चितता को दिखाता है।
- ब्रेकआउट किसी भी दिशा में हो सकता है – ऊपर भी जा सकता है और नीचे भी।
- यह इस बात पर निर्भर करता है कि बाजार किस ओर ज्यादा जोर लगा रहा है।
कैसे पहचानें?
- दो ट्रेंड लाइनें खींचें, जो कम से कम दो बार कीमत को छूनी चाहिए।
- जब यह पैटर्न बनता है, तो ट्रेडिंग वॉल्यूम धीरे-धीरे कम होता जाता है।
- ब्रेकआउट के समय वॉल्यूम बढ़ जाता है और कीमत तेज़ी से मूव करती है।
संक्षेप में: यह पैटर्न बताता है कि बड़ा मूवमेंट आने वाला है, लेकिन दिशा तय नहीं होती। जैसे ही ब्रेकआउट होता है, उसी दिशा में ट्रेडिंग करना फायदेमंद हो सकता है।
अरोही त्रिकोण (Ascending Triangle):
कैसी बनावट होती है?
- इसमें ऊपर की ओर बढ़ती (Support Line) और समतल (Resistance Line) होती है।
- स्टॉक का निचला स्तर (Low) हर बार थोड़ा ऊँचा बनता है, लेकिन ऊपरी स्तर (High) लगभग एक जैसा रहता है।
इसका क्या मतलब होता है?
- यह बाजार में तेजी (Bullish) का संकेत देता है।
- आमतौर पर ऊपर की ओर ब्रेकआउट होने की संभावना ज्यादा होती है।
- यह पैटर्न बढ़ते हुए ट्रेंड (Uptrend) में ज़्यादा देखने को मिलता है।
कैसे पहचानें?
- ऊपरी समतल रेखा खींचें, जो कम से कम दो बार उच्चतम स्तर (Highs) को छुए।
- नीचे से एक रेखा खींचें, जो हर बार ऊँचा निचला स्तर (Higher Lows) बनाए।
- पैटर्न बनने के दौरान ट्रेडिंग वॉल्यूम कम होता है, लेकिन Breakout के समय तेज़ी से बढ़ जाता है।
संक्षेप में: यह पैटर्न बताता है कि बाजार में खरीदारी का दबाव बढ़ रहा है, और अगर स्टॉक प्रतिरोध तोड़ता है, तो कीमत तेज़ी से ऊपर जा सकती है।
अवरोही त्रिकोण (Descending Triangle):
कैसी बनावट होती है?
- इसमें नीचे की ओर झुकी हुई प्रतिरोध रेखा (Resistance Line) और समतल समर्थन रेखा (Support Line) होती है।
- स्टॉक का ऊपरी स्तर (High) हर बार थोड़ा नीचे गिरता है, लेकिन निचला स्तर (Low) लगभग एक जैसा रहता है।
इसका क्या मतलब होता है?
- यह बाजार में मंदी (Bearish) का संकेत देता है।
- आमतौर पर नीचे की ओर ब्रेकआउट होने की संभावना ज्यादा होती है।
- यह पैटर्न गिरते हुए ट्रेंड (Downtrend) में ज़्यादा देखने को मिलता है।
कैसे पहचानें?
- नीचे एक समतल रेखा खींचें, जो कम से कम दो बार निचले स्तर (Lows) को छुए।
- ऊपर से एक रेखा खींचें, जो हर बार घटते हुए ऊपरी स्तर (Lower Highs) को जोड़े।
- पैटर्न बनने के दौरान Trading Volume कम होता है, लेकिन ब्रेकआउट के समय तेज़ी से बढ़ जाता है।
संक्षेप में: यह Chart Pattern बताता है कि बाजार में Selling Pressure बढ़ रहा है, और अगर स्टॉक Support तोड़ता है, तो कीमत तेज़ी से गिर सकती है।
Rectangle Chart pattern in Hindi:
कैसी बनावट होती है?
- इसे ट्रेडिंग रेंज भी कहते हैं क्योंकि इसमें कीमतें एक सीमित दायरे में ऊपर-नीचे होती रहती हैं।
- यह तब बनता है जब स्टॉक की कीमत एक ही दायरे में सपाट चलती है और कोई बड़ा मूव नहीं होता।
- यह पैटर्न बताता है कि बाजार समेकन (Consolidation) की स्थिति में है, यानी खरीदार और विक्रेता दोनों बराबर ताकत में हैं।
कैसे पहचानें?
- हाल के उच्चतम स्तर (Resistance) और निम्नतम स्तर (Support) को जोड़कर दो समांतर लाइनें बनाएं।
- कीमतें इन्हीं दो लाइनों के बीच ऊपर-नीचे होती रहती हैं।
- इस दौरान ट्रेडिंग वॉल्यूम कम रहता है, लेकिन जब कीमत इस रेंज को तोड़ती है (ब्रेकआउट), तो वॉल्यूम अचानक बढ़ जाता है।
इसका क्या मतलब होता है?
- अगर स्टॉक ऊपर की ओर ब्रेकआउट करता है, तो यह तेजी (Bullish) का संकेत देता है।
- अगर स्टॉक नीचे की ओर ब्रेकआउट करता है, तो यह मंदी (Bearish) का संकेत देता है।
- लंबी समय सीमा (जैसे दैनिक या साप्ताहिक चार्ट) में यह पैटर्न अधिक विश्वसनीय होता है, खासकर बड़े स्टॉक्स में
संक्षेप में: यह पैटर्न बताता है कि बाजार शांत है, लेकिन जल्द ही एक बड़ा मूव आ सकता है। ब्रेकआउट की सही दिशा पकड़कर ट्रेड करना फायदेमंद हो सकता है।
Double Top and Double Botton Chart Pattern In Hindi:
डबल टॉप (Double Top):
कैसी बनावट होती है?
- यह “M” के आकार जैसा दिखता है।
- इसमें दो समान ऊँचाई वाली चोटियां (Peaks) होती हैं और बीच में एक नेकलाइन होती है।
- यह तब बनता है जब खरीदार स्टॉक को ऊपर ले जाते हैं, लेकिन दो बार एक ही स्तर से आगे नहीं बढ़ पाते और फिर गिरावट शुरू हो जाती है।
कैसे पहचानें?
- पहली चोटी के बाद कीमत गिरती है, फिर वापस उसी ऊंचाई तक जाती है, लेकिन दूसरी बार वॉल्यूम कम होता है।
- जब कीमत नेकलाइन (सपोर्ट) को तोड़ती है, तो पैटर्न की पुष्टि होती है और गिरावट तेज़ हो सकती है।
कैसे ट्रेड करें?
- जब कीमत नेकलाइन के नीचे टूटती है, तो बेचें।
- स्टॉप-लॉस दूसरी चोटी के थोड़ा ऊपर रखें।
- लक्ष्य मूल्य = (चोटी से नेकलाइन की ऊंचाई) घटाकर निकालें।
संक्षेप में: Double Top बताता है कि कीमत ऊपर जाने में बार-बार फेल हो रही है और गिरावट आ सकती है।
डबल बॉटम (Double Bottom)
कैसी बनावट होती है?
- यह “W” के आकार जैसा दिखता है।
- इसमें दो समान निचले स्तर (Bottoms) होते हैं और बीच में एक नेकलाइन होती है।
- यह तब बनता है जब Selling के बाद कीमत दो बार उसी स्तर पर सपोर्ट पाकर ऊपर उठती है।
कैसे पहचानें?
- पहली गिरावट के बाद कीमत ऊपर जाती है, फिर वापस उसी स्तर पर आती है, लेकिन दूसरी बार वॉल्यूम कम होता है।
- जब कीमत नेकलाइन (Resistence) को तोड़ती है, तो यह पुष्टि करता है कि तेजी का मूव आ सकता है।
कैसे ट्रेड करें?
- जब कीमत नेकलाइन(Resistence) के ऊपर टूटती है, तो खरीदें।
- स्टॉप-लॉस दूसरी बॉटम के थोड़ा नीचे रखें।
- लक्ष्य मूल्य = (बॉटम से नेकलाइन की ऊंचाई) जोड़कर निकालें।
Tripple Top and Tripple Botton Chart Pattern In Hindi:
ट्रिपल टॉप (Triple Top) :
कैसी बनावट होती है?
- यह “M” के आकार जैसा दिखता है, लेकिन इसमें तीन चोटियां (Peaks) होती हैं।
- तीन बार कीमत ऊपर जाती है, लेकिन हर बार वहीं रुककर वापस गिर जाती है।
- बीच में दो बार कीमत नीचे गिरती है, जिससे एक नेकलाइन (Support) बनती है।
कैसे पहचानें?
- कीमत तीन बार एक ही ऊँचाई पर रुकती है, लेकिन हर बार वॉल्यूम घटता जाता है।
- जब कीमत Support को तोड़ देती है, तो यह पुष्टि करता है कि अब गिरावट तेज हो सकती है।
- साप्ताहिक चार्ट पर यह पैटर्न ज्यादा भरोसेमंद होता है, खासकर जब वॉल्यूम ब्रेकडाउन के साथ बढ़ जाए।
कैसे ट्रेड करें?
- जब कीमत नेकलाइन के नीचे टूटती है, तो बेचें।
- स्टॉप-लॉस तीसरी चोटी के थोड़ा ऊपर रखें।
- लक्ष्य मूल्य = (ऊँचाई और नेकलाइन के बीच की दूरी) घटाकर निकालें।
संक्षेप में: यह पैटर्न बताता है कि बाजार बार-बार ऊपर जाने में फेल हो रहा है और अब गिर सकता है।
ट्रिपल बॉटम (Triple Bottom) :
कैसी बनावट होती है?
- यह “W” के आकार जैसा दिखता है, लेकिन इसमें तीन बार कीमत एक ही स्तर पर सपोर्ट पाकर ऊपर उठती है।
- बीच में दो बार कीमत ऊपर जाती है, जिससे एक नेकलाइन (Resistance) बनती है।
कैसे पहचानें?
- कीमत तीन बार एक ही निचले स्तर तक जाती है, लेकिन हर बार बिकवाली कमजोर होती जाती है।
- जब कीमत नेकलाइन को तोड़ देती है, तो यह पुष्टि करता है कि अब तेजी आ सकती है।
- ब्रेकआउट के समय Volume बढ़ जाता है, जो संकेत देता है कि अब खरीदार मजबूत हो रहे हैं।
कैसे ट्रेड करें?
- जब कीमत नेकलाइन के ऊपर टूटती है, तो खरीदें।
- स्टॉप-लॉस तीसरे बॉटम के थोड़ा नीचे रखें।
- लक्ष्य मूल्य = (बॉटम से नेकलाइन की ऊंचाई) जोड़कर निकालें।
संक्षेप में: यह Chart Pattern बताता है कि बाजार बार-बार नीचे गिरने में फेल हो रहा है और अब ऊपर जा सकता है।
Head And Soulder Chart Patterns in Hindi:
हेड एंड शोल्डर्स टॉप (Head and Shoulders Top):
कैसी बनावट होती है?
- इसमें तीन ऊँचाइयाँ (चोटियां) होती हैं – बायाँ कंधा, सिर और दायाँ कंधा।
- सिर (Head) सबसे ऊँचा होता है, जबकि दोनों कंधे लगभग समान ऊँचाई के होते हैं।
- बीच में दो बार कीमत नीचे गिरती है, जिससे नेकलाइन (Support) बनती है।
कैसे पहचानें?
- कीमत पहले बायाँ कंधा बनाती है, फिर सिर (सबसे ऊँचा बिंदु) बनता है, और फिर दायाँ कंधा बनता है।
- जब कीमत नेकलाइन को तोड़ देती है, तो यह पुष्टि करता है कि अब गिरावट आ सकती है।
- वॉल्यूम सिर के दौरान ज्यादा होता है, लेकिन दाएँ कंधे पर कम, जो गिरावट के संकेत देता है।
कैसे ट्रेड करें?
- जब कीमत Support के नीचे टूटती है, तो बेचें।
- स्टॉप-लॉस दाएँ कंधे के थोड़ा ऊपर रखें।
- लक्ष्य मूल्य = (सिर से नेकलाइन की ऊंचाई) घटाकर निकालें।
संक्षेप में: यह पैटर्न बताता है कि बाजार ऊपर जाने में फेल हो रहा है और अब गिर सकता है।
इनवर्स हेड एंड शोल्डर्स (Inverse Head and Shoulders)
कैसी बनावट होती है?
- यह हेड एंड शोल्डर्स टॉप का उल्टा रूप है, यानी तीन बार कीमत नीचे जाती है – बायाँ कंधा, सिर और दायाँ कंधा।
- सिर (Head) सबसे निचला बिंदु होता है, जबकि दोनों कंधे लगभग समान ऊँचाई के होते हैं।
- बीच में दो बार कीमत ऊपर उठती है, जिससे नेकलाइन (Resistance) बनती है।
कैसे पहचानें?
- कीमत पहले बायाँ कंधा बनाती है, फिर सिर (सबसे निचला बिंदु) बनता है, और फिर दायाँ कंधा बनता है।
- जब कीमत नेकलाइन को तोड़ देती है, तो यह पुष्टि करता है कि अब तेजी आ सकती है।
- ब्रेकआउट के समय वॉल्यूम बढ़ जाता है, जो संकेत देता है कि अब खरीदार मजबूत हो रहे हैं।
कैसे ट्रेड करें?
- जब कीमत Resistance के ऊपर टूटती है, तो खरीदें।
- स्टॉप-लॉस दाएँ कंधे के थोड़ा नीचे रखें।
- लक्ष्य मूल्य = (सिर से नेकलाइन की ऊंचाई) जोड़कर निकालें।
संक्षेप में: यह Chart pattern बताता है कि बाजार नीचे गिरने में फेल हो रहा है और अब ऊपर जा सकता है।
Chart Patterns कैसे पढ़े (How to Read Chart Patterns in Hindi?)
निम्नलिखित स्टेप्स के जरिये आप चार्ट पैटर्न्स को पढ़ना सिख सकते है।
1.पहले समझें – चार्ट पैटर्न क्या होते हैं?
- ये Price Chart पर बनने वाले आकार होते हैं, जो बाजार की अगली चाल का संकेत देते हैं।
- ये ट्रेंड की दिशा और संभावित उलटफेर को पहचानने में मदद करते हैं।
2. जरूरी पैटर्न सीखें!
- चैनल, त्रिकोण (Ascending, Descending, Symmetrical), डबल टॉप/बॉटम, ट्रिपल टॉप/बॉटम, हेड एंड शोल्डर्स जैसे पैटर्न पर ध्यान दें।
- डबल टॉप “M” और डबल बॉटम “W” जैसा दिखता है।
3. चार्ट पर पैटर्न पहचानें!
- Trendline खींचें – Rectangle Chart pattern के लिए समानांतर रेखाएं, Triangle Chart pattern के लिए अभिसरित रेखाएं।
- Volume चेक करें – पैटर्न के दौरान कम, ब्रेकआउट पर ज्यादा होना चाहिए।
- Timeframe चुनें – इंट्राडे के लिए 15 मिनट, स्विंग के लिए 1 घंटा।
4. सही ट्रेडिंग रणनीति अपनाएं!
- Entry और Exit– जैसे डबल टॉप में Suppoet टूटने पर बेचें।
- Stop-Loss जरूरी है – जोखिम कम करने के लिए।
- Target सेट करें – पैटर्न की ऊंचाई के आधार पर।
5. प्रैक्टिस करें और सीखते रहें!
- पुराने चार्ट देखें Trading View के द्वारा पुराने चार्ट्स देखे और उसमे चार्ट पैटर्न्स समझने का प्रयास करे।
- पेपर ट्रेडिंग करें – बिना असली पैसे लगाए पहले टेस्ट करें।
- हिंदी में सीखें – हमारे वेबसाइट द्वारा आप हिंदी में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग से जुड़ी बाते सिख सकते है। करें!
संक्षेप में: चार्ट पैटर्न पढ़ना सीखें, सही मौके पकड़ें और स्मार्ट ट्रेडिंग करें!
FAQs About Chart Patterns in Hindi
1. शेयर मार्केट में Chart patterns कैसे पढ़ते हैं?
चार्ट पैटर्न को पढ़ने के लिए आपको सपोर्ट और रेजिस्टेंस, वॉल्यूम एनालिसिस, और ब्रेकआउट-ब्रेकडाउन को समझना जरूरी है।
2. सबसे बेस्ट Chart pattern कौन सा है?
कोई एक बेस्ट चार्ट पैटर्न नहीं होता, लेकिन हेड एंड शोल्डर, डबल टॉप/बॉटम, और फ्लैग पैटर्न सबसे विश्वसनीय माने जाते हैं।
3. ट्रेडिंग करते समय कौन सा चार्ट पैटर्न उपयोग करना चाहिए?
इंट्राडे ट्रेडिंग – फ्लैग पैटर्न, वेज पैटर्न
स्विंग ट्रेडिंग – हेड एंड शोल्डर्स, डबल टॉप/बॉटम
लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग – रेक्टेंगल, ट्रायंगल पैटर्न
4.ट्रेडिंग में कितने प्रकार के पैटर्न होते हैं?
ट्रेडिंग में 2 प्रकार के Chart Patterns होते है। Reversal Pattern और Continuation Pattern
निष्कर्ष (Conclusion)
Chart Patterns को सही तरीके से समझना और उपयोग करना किसी भी ट्रेडर के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है। यदि आप इन पैटर्न्स को सीखकर अपनी ट्रेडिंग रणनीतियों में शामिल करते हैं, तो यह न केवल आपके निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाएगा बल्कि आपको अधिक मुनाफा कमाने में भी मदद करेगा।
अगर आप ट्रेडिंग में अपने स्किल्स को अगले लेवल पर ले जाना चाहते हैं, तो मेरे ब्लॉग को जरूर पढ़ें। यहां आपको आसान और सरल भाषा में चार्ट पैटर्न्स, ट्रेडिंग स्ट्रेटजीज़ और मार्केट एनालिसिस से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां मिलेंगी, जो आपको एक सफल ट्रेडर बनने में मदद करेंगी। तो देर किस बात की? चलिए सीखना शुरू करें!
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