Support and Resistance in Hindi :सपोर्ट और रेजिस्टेंस क्या है ?

दोस्तों Trading में सफल होने के लिए बोहत सी चीज़े है जिन्हे सीखनी और जाननी परती है ,उन्ही में से एक जरुरी चीज़ है Support And Resistance in Hindi.किउकी इसके मदद से आप ये पता लगा सकते है मार्केट की Trend ऊपर जा रही है या निचे या फिर sideways , तो आइये इस बिषय में आगे गहराई से बात करे।

लेकिन आपको सपोर्ट और रेजिस्टेंस जानने से पहले Pivots की जानकारी होना जरुरी है , जिससे आप और भी बारीकी से सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल को बना सकते है।

इस लेख के जरिये मैंने खुदके अनुभब को आपके सामने रखा है ताकि आपको कही और जाने की जरुरत न पढ़े।

तो आइये सुरुवात करते है।!!

सपोर्ट और रेजिस्टेंस क्या है ?| What is Support and Resistance in Stock Market

एक तरह Support and Resistance ट्रेडिंग का दिल है ,किउकी इनके बिना एक Trader समझ ही नहीं पायेगा की मार्केट में चल क्या रहा है। तो सबसे पहले इनके बारे में समझते है

Support:

Support वो होता है जिससे टकराकर शेयर की कीमत ऊपर उठती है। किउकी Support पॉइंट पर बोहत सारे खरीददार (Buyers ) होते है जो शेयर की कीमत को निचे गिरने नहीं देते। जिससे मार्किट में तेज़ी आने की सम्भाबना बढ़ जाती है।

जब भी कीमत सपोर्ट लेवल तक गिरती है, तो वापस उछाल की संभावना होती है क्योंकि उस कीमत पर खरीद आने की उम्मीद रहती है। सपोर्ट हमेशा मौजूदा बाजार कीमत (CMP) से नीचे होता है।

Support and Resistance in Hindi

Impotant Tip: शेयर की कीमत ऊपर जाते हुए एक बार अगर Resistance बिंदु को तोड़ देता है, तो वो बिंदु Support बन् जाता है और एक नया Resistance Point बन् जाता है।Support के मामले में भी यही होता है , एक बार अगर शेयर की कीमत Support बिंदु से निचे आ जाती है, तो वो बिंदु Resistance बन जाता है।

जैसा की आप ऊपर दिए गए तस्बीर में देख सकते है।

Resistance:

इसका मतलब होता है “बाधा या रुकावट” ,यानि ये शेयर की प्राइस को ऊपर जाने से रोकती है। आपके मन में सवाल आ रहा होगा ” वो कैसे “। Resistance Point वो होता है ,जहा बिक्रेता ( Sellers)  रहते है , जो शेयर की प्राइस को ऊपर जाने से पहले “Sell” करके उसे रोकते है। जिससे मार्केट अपना Trend बदल लेती है।

Resistance वो होता जिससे टकराकर शेयर की कीमत बार बार निचे आ जाती है। और Resistance हमेशा CMP (Current Market Price ) से ऊपर होता है।

Support and Resistance Example in Hindi

उदाहरण के तौरपे ,

मान लीजिये XYZ कंपनी की शेयर की कीमत 200 RS है। और मार्केट में उस कंपनी की शेयर्स की ट्रेडिंग होने के वजह से उसकी कीमत बढ़ और घट रही है। लेकिन चार्ट में उस कंपनी के शेयर की कीमत 206 से ऊपर नहीं जा रही है ,और 195 से निचे नहीं जा रही है, इन्ही दो कीमतों के बिच घूम रही है। तो यहाँ 206 Resistance है और 195 Support

कीमत ऊपर तो जा रही लेकिन एक निर्दिष्ट कीमत बिंदु से टकराकर फिर निचे आ जा रही है ,इस बिंदु को Resistance Point कहते है।

और कीमत निचे जाते हुए भी एक निर्दिष्ट कीमत बिंदु से टकराकर वापस ऊपर जा रही है ,इस बिंदु को Support Point कहते है।

How to Find Support and Resistance Level Step by Step in Hindi

S&R पॉइंट ढूंढ़ना नए लोगो को लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता लेकिन घबराइए मत हम इसे आसान तरीके से आपको बताएँगे।

किसी भी शेयर की support या Resistance Point ढूंढ़ने के लिए आपको निम्नलिखित कदम को इमेज के माध्यम से फॉलो करे।

1.सबसे पहले आपको चार्ट (chart ) देखनी पड़ेगी Trdingview या किसी अन्य प्लेटफॉर्म में।

Support and Resistance in Hindi

 

2.अब आपको किसी एक निर्दिष्ट कंपनी के शेयर का चार्ट निकलना पड़ेगा जिसके सपोर्ट and रेजिस्टेंस के बारे में आप जानना चाहते है।

3.उसके बाद आपके जरुरत के हिसाब से आपको Timeframe सेट करना पड़ेगा , अगर आप डे ट्रेडर है तो 15 min ,10 min ऐसे ही स्विंग ट्रेडिंग के लिए अलग और कर्रेंसी मार्किट के लिए अलग होते है।

Support and Resistance in Hindi

4. अब ध्यान से देखिये जो कैंडल पैटर्न बने हुए है ,उनमे अगर आपको कोई ऐसा बिंदु दिख रहा हो जहा से शेयर की कीमत बार बार टकराकर निचे जा रही है। अगर ” हां ” तो वही बिंदु रेजिस्टेंस (Resistance) है।

Support and Resistance in Hindi

 

5.अब दुबारा ध्यान से देखिये ,अगर आपको कोई ऐसा बिंदु दिख रहा हो जहा से शेयर की कीमत बार बार टकराकर ऊपर आ रही है। अगर ” हां ” तो वही बिंदु सपोर्ट(support) है।

Support and Resistance in Hindi

How to Use Support and Resistance in Hindi(सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल के आधार पर ट्रेडिंग कैसे करें)

सपोर्ट और रेजिस्टेंस को पूरी तरीके से इस्तेमाल करने के लिए आपको बोहत सी चीज़ो पे ध्यान देना होगा। निम्नलिखित दी गयी जानकारी से आप Support और Resistance को Full Potential से इस्तेमाल कर पाएंगे,और पैसे कमा पाएंगे।

जिस भी शेयर के चार्ट में आप सपोर्ट और रेजिस्टेंस बनाना चाहते है उसकी कोनसी कीमत पे सबसे ज्यादा खरीद और बिक्री हो रही है सबसे पहले इस चीज़ की जानकारी ले।

इसे पता लगाने ले लिए आपको कुछ नहीं करना है सिर्फ Tradingview के वेबसाइट पर जाके उस शेयर के चार्ट पे नजर डालना है जिससे की आपको दिखने लगेगा। कंहा कीमत में गिरावट आ रही है और कहा से कीमत में उछाल आ रही है।

और जिस बिंदु से कीमत में बार बार उछाल आ रही है उसी बिंदु में आप एक Trend Line बना सकते है जो की सपोर्ट की तरह काम करेगा। और जिस बिंदु से कीमत बार बार निचे गिर रही हो उसी बिंदु पे और एक Trend Line बना सकते है जो रेजिस्टेंस का काम करेगा।

इसे एक उदहारण से समझते है।

मान लीजिये , TCS (Tata Consultency Service ) के कीमत 3000 Rs प्रति शेयर है। और उसकी चार्ट में कीमत 2900 से निचे नहीं जा रही है और 3500 के ऊपर नहीं जा रही है।

इसका मतलब है की 2900 के कीमत पर Buyers बैठे है और 3500 के कीमत पर Sellers बैठे है। इन दोनों बिन्दुओ पे आप Support And Resistance बना सकते है।

अब सवाल ये आता है की इसमें S & R का इस्तेमाल करके पैसे कैसे कमाए ?

आपको इसमें Trade करने के लिए सबसे पहले तो Support लाइन से थोड़ा निचे यानि लगभग 2850rs में Stop Loss लगाके और रेजिस्टेंस लाइन के आस पास यानि 3500 Rs या 3600 Rs में Target लगाके, मार्केट में एंट्री कर सकते है। जिससे आप मुनाफा कमा सकते है।

Rules of making Support and Resistance in Hindi:

सपोर्ट और रेजिस्टेंस बनाने के भी नियम है, और उस नियम को पालन करके आप सही तरीके से सपोर्ट और रेजिस्टेंस को लाइन बना सकते है।जो की निम्नलिखित है :

  1. .Support level बनाने के लिए आपको charts में ऐसे points ढूंढने होंगे जहाँ कीमत पहले गिर कर रुकी हो और फिर bounce-back किया हो
  2. Resistance level बनाने के लिए आपको charts में ऐसे points ढूंढने होंगे जहाँ कीमत पहले ऊपर जाते समय रुक गई हो और फिर गिरावट शुरू हुई हो।
  3. तीसरा नियम है , Timeframe(TF) का ध्यान रखना , किउकी छोटे TF में जैसे 15min ,25min में Support और resistance कमजोर हो सकते है।लेकिन बड़े timeframe (जैसे weekly या monthly charts) में ज्यादा मजबूत होते हैं।
  4. अगर support या resistance के आसपास ज्यादा volume होता है, तो वो level और भी मजबूत माना जाता है।

 

Breakouts क्या होता हैं ?

यहाँ तक पढके आपको ये समझ में आ गया होगा  शेयर की कीमत अगर रेजिस्टेंस या सपोर्ट में से कोई भी लाइन तोरता है तो कीमत और ऊपर जाने या कीमत और निचे जाने की सम्भाबना बढ़ जाती है , इसे ही Breakout और कीमत निचे आये तो Breakdown कहते है।

हलाकि इससे उल्टा भी होता है जिसे फॉल्स ब्रेकआउट कहते है , इसी फाल्स ब्रेकआउट के चक्कर में बोहत सारे ट्रेडर्स अपना सारा पैसा गवा बैठते है।

अब सवाल ये आता है की हम पता कैसे करे की जो ब्रेकआउट हुआ है वो फाल्स है या सचमुच् का ब्रेकआउट ?

इसके लिए आपको थोड़ा सब्र रखना है ,जब भी ब्रेकआउट दिखे तो ध्यान दे की मार्केट रिटेस्ट(Re -Test ) करने के लिए फिर निचे आएगा। अगर रिटेस्ट(Re -Test ) के बाद शेयर की कीमत फिरसे ऊपर गयी तो आप ट्रेड ले सकते है। तो लॉस से बचने के एक आसान रास्ता है सब्र रखना।

Support And Resistance

Frequently Asked Question:

Q. रेजिस्टेंस लेवल क्या होता है?

A. रेसिस्टैंस लेवल एक कीमत है जिस पर किसी शेयर की कीमत को विक्रेताओं (Sellers ), जो उस कीमत पर बेचने के इच्छुक हैं.

Q. सपोर्ट लेवल क्या होता है?

A. सपोर्ट लेवल एक कीमत है, जिसपे किसी शेयर की कीमत को खरीददार (Buyers ), जो उस कीमत पर खरीदने के इच्छुक हैं।

Q.Support और Resistance स्तर कैसे खोजें?
A. यदि प्राइस प्वाइंट करेंट मार्केट प्राइस से ऊपर हैं, तो वो रेजिस्टेंस प्वाइंट है और अगर नीचे है तो सपोर्ट प्वाइंट।

Conclusion:

इस लेख में आपने जाना सपोर्ट और रेजिस्टेंस के हर बुनियादी बाते जैसे ,सपोर्ट और रेजिस्टेंस के मदद से कैसे ट्रेडिंग करते है ,
सपोर्ट और रेजिस्टेंस क्या है ?

सुरुवात में ही मैंने कहा था ट्रेड करने के लिए जरुरी चीज़ो में से एक है सपोर्ट और रेजिस्टेंस। लेकिन और भी बोहत सी चीज़े है जिन्हे समझना भी महत्वपूर्ण है। बस सपोर्ट और रेजिस्टेंस के ऊपर आप ट्रेड लम्बे समय के लिए नहीं कर सकते है।

वरना आपको भारी नुकसान झेलनी पढ़ सकती है। इसलिए मार्केट में उतरने से पहले बिशेषज्ञा की सलाह जरूर ले।


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